Utkatasana - Chair Pose

उत्कटासन करने की प्रक्रिया


 Utkatasana - Chair Pose
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  1. दोनों पैरों के बीच थोड़ी दूरी  बनाते हुए सीधे खड़े हो जाएँ।
  2. भुजाओ को सामने की तरफ  फैलाते हुए हथेली ज़मीन की ओर रखे कुहनियां सीधी रहे। घुटनो को मोड़ते हुए धीरे से श्रोणि को नीचे लाएँ जैसे कि आप एक काल्पनिक कुर्सी पर बैठे हैं।
  3. इसी स्थिति में बने रहें। उत्कटासन में अच्छा महसूस करने के लिए कल्पना करें कि बैठे बैठे आप अखबार पढ़ रहे हैं 
  4. ध्यान रहे की आपके हाथ जमीन के समानांतर हों।
  5. सजगता के साथ रीढ़ की हड्डी को खींचते हुए सीधा बैठें, विश्राम करें।
  6. साँस लेते रहें और अखबार के पन्नें पलटते हुए राष्ट्रीय व् अन्तर्राष्टीय खबरों का आनंद लें।
  7. धीरे धीरे कुर्सी में और नीचे बैठे लेकिन ध्यान रहे कि आपके घुटने आपकी उँगलियों से आगे न जाएँ।
  8. धीरे धीरे नीचे जाते रहें और फिर सुखासन में बैठ जाएँ। अगर आप चाहे तो पीठ के बल लेट सकते हैं, और विश्राम कर सकते हैं।

उत्कटासन के लाभ

  1. रीढ़ की हड्डी,कूल्हों एवं छाती की मांसपेशियों का बहुत अच्छा व्यायाम हो जाता है।
  2. पीठ के नीचे वाले हिस्से में  मज़बूती आती है।
  3. शरीर में संतुलन व् मन में दृढ़ता आती है।

उत्कटासन योग सावधानी

  1. इस आसन को खाली पेट नहीं करना चाहिए।
  2. जिन लोगो को गठिया रोग है वो ये आसन को न करें।
  3. जिन लोगो के घुटने में चोट या दर्द है वो ये आसन न करें।
  4. जिन्हें अनिद्रा या सिर दर्द की परेशानी है वो ये आसन न करें।
  5. जिन्हें हृदय रोग है वो ये आसन न करें या फिर किसी विशेषज्ञ के निगरानी में करें। 
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How to do Utkatasana

  1. Standing straight, making a short distance between the two legs.
  2. Spreading the arms towards the front, the elbows placed towards the palm of the ground remain straight. Gently bend the pelvis down as if you are sitting on an imaginary chair.
  3. Remain in this position. To feel good in uttasana, imagine that you are reading a newspaper while sitting
  4. Make sure that your hands are parallel to the ground.
  5. Sit straight while stretching the spine with reflexes.
  6. Keep breathing and enjoy the national and international news by turning the pages of the newspaper.
  7. Slowly sit in the chair and down, but make sure that your knees do not go beyond your fingers.
  8. Keep going down slowly and then sit in Sukhasana. If you want, you can lie on your back, and relax.

Benefits of the Utkatasana

  1. Very good exercise is done for the muscles of the spine, hips and chest.
  2. It is strong in the lower back. 
  3. There is balance in the body and perseverance in the mind.

Precaution of Utkatasana


  1. This asana should not be done on an empty stomach.
  2.  People who have arthritis should not do this asana.
  3.  People who have knee injury or pain, do not do this asana. 
  4. Those who have trouble with insomnia or headache do not do this asana.

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