सेतुबंधासन करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले मैट पर पीठ के बल लेट जाएं।
- इसके बाद अपने दोनों हाथों को बगल में रख लें।
- अपने पैरों को घुटनों से मोड़कर नितम्बों के पास ले आएं।
- अब अपने नितम्बों को ऊपर उठायें जितना हो सकता है ऊपर उठायें दोनों हाथ जमीन पर ही रहेगें।
- अपनी साँस को थोड़ी देर को रोककर रखे।
- अब सांस छोड़े और जमीन पर वापस आ जाएं ।
- दोनों पैरो को सीधा करें।
- इस योगासन को 4-5 बार दोहराएँ।
सेतु बंधासन के लाभ
- छाती को मजबूती देता है।
- रीढ़ की हड्डी में लचीलापन बढ़ाता है। ।
- मन की चिंता दूर होती है।
- पाचन सुधारता है
- सीने, गर्दन और रीढ़ की हड्डी में खिंचाव पैदा करता है।
सेतु बंधासन से सावधानी
- जिन लोगो को कमर और गर्दन में डाइड या चोट है वो लोग इस आसन को न करें।
How to do Setu Bandhasana
- First of all lie down on the mat.
- After this, keep both your hands in the side.
- Bring your feet to the buttocks by bending your knees.
- Now raise your buttocks as high as possible, both hands will remain on the ground.
- Hold your breath for a while.
- Now exhale and return to the ground.
- Straighten both legs.
- Repeat this yogasana for 4-5 times.
Benefits of Setu Bandhasana
- Strengthens the chest.
- Increases spinal flexibility. .
- The anxiety of the mind is overcome.
- Improves digestion
- Stretches the chest, neck and spine.
Precaution of Setu Bandhasana
People who have dyed or hurt waist and neck, do not do this asana.
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